शेयर बाजार के महत्वपूर्ण अपडेट्स
ऑटोमोबाइल सेक्टर: बिक्री रिपोर्ट और विश्लेषण
सबसे पहले बात करते हैं ऑटोमोबाइल सेक्टर की। दिग्गज कंपनियों की सेल्स रिपोर्ट आ चुकी है, और शुरुआती रुझान बताते हैं कि स्थिति बहुत शानदार नहीं है। हालाँकि, कुछ सकारात्मक पहलू भी हैं।
- Mahindra & Mahindra: महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री में कुछ खास सुधार नहीं दिखा है।
- Maruti Suzuki: मारुति सुजुकी ने 923 यूनिट्स की बिक्री की है, जो पिछले महीने की तुलना में 15% की वृद्धि दर्शाता है। कंपनी ने कुल 83,702 यूनिट्स बेचीं।
सेगमेंट विश्लेषण:
यूटिलिटी व्हीकल: हमारी कंपनी का मुख्य सेगमेंट यूटिलिटी व्हीकल है। यहां 19% की बढ़ोतरी हुई। पिछले साल हमने 42,241 यूनिट्स बेचे थे, जो अब 50,542 यूनिट्स हो गए हैं।
एक्सपोर्ट: एक्सपोर्ट में भी बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल 1,539 यूनिट्स का एक्सपोर्ट था, और अब यह बढ़कर 3,061 यूनिट्स हो गया है।
ट्रैक्टर: ट्रैक्टर के सेगमेंट में भी हमने अच्छा काम किया है। ट्रैक्टर की बिक्री 21,672 यूनिट्स से बढ़कर 25,527 यूनिट्स हो गई है।
कुल मिलाकर, ऑटोमोबाइल सेक्टर में कंपनी का काम अच्छा चल रहा है। खासकर यूटिलिटी व्हीकल और एक्पोर्ट सेगमेंट में। अगर बाजार की भावना ठीक रहती है, तो शेयरों में अच्छी बढ़त देखने को मिल सकती है।
पिछले दिन, शेयर का कारोबार लगभग 75 लाख रहा और डिलीवरी प्रतिशत 62.9% के करीब था। ये शेयर के लिए एक मजबूत संकेत है।
तकनीकी चार्ट पर, शेयर 2500 के स्तर पर मजबूत समर्थन दिखा रहा है। वहीं, 3000 के आसपास उसे थोड़ी मुश्किल हो सकती है।
स्मॉल कैप शेयर: मंगलम ग्लोबल एंटरप्राइजेस लिमिटेड
अब चलिए एक स्मॉल कैप शेयर, मंगलम ग्लोबल एंटरप्राइजेस लिमिटेड की बात करते हैं। यह शेयर पिछले दिन 45 रुपये पर बंद हुआ। पिछले एक साल में इसने 35% का अच्छा मुनाफा दिया है।
कंपनी ने 1:2 के अनुपात में स्टॉक स्प्लिट करने का फैसला किया है। इसका एक्स-डेट 4 मार्च है। स्टॉक स्प्लिट का फायदा उठाने के लिए, निवेशकों को 3 मार्च तक शेयर खरीदने होंगे।
यह कंपनी छोटी है और इसमें कुछ जोखिम है। फिर भी, कंपनी ने अच्छा मुनाफा कमाया है
पीएसयू डिफेंस सेक्टर: मज़गांव डॉक शिपबिल्डर्स
पीएसयू डिफेंस सेक्टर में, मज़गांव डॉक शिपबिल्डर्स (Mazagon Dock Shipbuilders – MDL) ने सबको चौंका दिया। खराब बाजार के बावजूद, शेयर लगभग 5% ऊपर बंद हुआ। आज की सबसे बड़ी खबर यह है कि मज़गांव डॉक विदेशी मदद के बिना ही चार सबमरीन बनाएगा।
बड़ी खबर:
हाल ही में, भारत और फ्रांस के बीच एक टेक्नोलॉजी ट्रांसफर समझौता हुआ। आमतौर पर, ऐसे समझौतों में विदेशी टीम भी शामिल होती है। लेकिन इस बार मज़गांव डॉक की भारतीय टीम ने बिना फ्रांस की मदद के सबमरीन बनाने में सफलता पाई। यह भारत के लिए गर्व की बात है। यह दिखाता है कि भारत रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर हो रहा है।
यह खबर निवेशकों के मनोबल को बढ़ावा देगी और कंपनी की परफॉर्मेंस को सुधरने में मदद करेगी। पिछले एक महीने में, डिफेंस सेक्टर के कई शेयर जैसे भेल, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, भारत डायनेमिक्स लिमिटेड, और पारस डिफेंस में गिरावट आई। लेकिन मज़गांव डॉक का शेयर केवल 3.5% गिरा, जो बहुत कम है। कंपनी का प्रदर्शन मजबूत है और निवेशकों को इस पर ध्यान देना चाहिए।
IRFC: सपोर्ट और रेजिस्टेंस
अगला शेयर है इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन (आईआरएफसी)। पिछले साल बजट के दौरान, इसका शेयर का सबसे ऊँचा स्तर था। लेकिन अब यह 50% गिर चुका है।
विश्लेषक बताते हैं कि 96 का स्तर इसके लिए एक महत्वपूर्ण सपोर्ट है। साप्ताहिक चार्ट पर, 96 का स्तर मजबूत सपोर्ट की तरह काम कर सकता है। दिसंबर 2023 में इसी स्तर पर शेयर ने रेजिस्टेंस महसूस किया था।
अगर बाजार का मूड अच्छा होता है, तो आईआरएफसी में भी सुधार हो सकता है। पिछले दिन, शेयर का कारोबार करीब ढाई करोड़ का था और डिलीवरी दर 33% रही।
IPO अपडेट
आईपीओ मार्केट में अभी ज्यादा गतिविधियां नहीं हो रही हैं। बाजार की हालत ठीक नहीं है। कुछ आईपीओ आए हैं, लेकिन उनका प्रीमियम बहुत कम है। जैसे, श्रीनाथ पेपर का प्रीमियम सिर्फ 6.82% है। वहीं, विजस एक्सप्लोटेक का प्रीमियम तो आधा प्रतिशत ही है। कम प्रीमियम और कमजोर बाजार की वजह से आगे और आईपीओ आने की संभावना कम है।
बीएसई लिमिटेड: गिरावट का कारण
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE Limited) के शेयरों में गिरावट आई है। बीएसई का कामकाज काफी विविध है। लेकिन, आईपीओ की कमी और निवेशकों की कम हिस्सेदारी के कारण शेयर दबाव में हैं। बाजार की स्थिति भी ठीक नहीं है, जिससे निवेशक बाहर रहने को चुन रहे हैं। पिछले हफ्ते में शेयर में करीब 22% की गिरावट आई। लेकिन, पिछले दिन कारोबार में अच्छी गतिविधि रही। डिलीवरी प्रतिशत भी 21% से ज्यादा रहा, जो थोड़ी स्थिरता दिखाता है।
मारुति सुजुकी: बिक्री के आंकड़े (फिर से)
अंत में, मारुति सुजुकी की बिक्री रिपोर्ट पर एक बार फिर नजर डालते हैं। कंपनी ने कुल 167,91 यूनिट्स बेचीं, जो पिछले साल के 102,71 यूनिट्स से थोड़ी ही अधिक है।
सेगमेंट के अनुसार प्रदर्शन:
- मिनी सेगमेंट: मिनी सेगमेंट में, जिसमें ऑल्टो 800 (Alto 800) जैसे मॉडल शामिल हैं, बिक्री 10,000 यूनिट्स से ऊपर रही।
- कॉम्पैक्ट कार सेगमेंट: कॉम्पैक्ट कार सेगमेंट, जिसमें बलेनो (Baleno), सेलेरियो (Celerio), डिजायर (Dzire), और स्विफ्ट (Swift) जैसे मॉडल शामिल हैं, बिक्री 7,627 यूनिट्स से बढ़कर 7,294 यूनिट्स हो गई है।
- यूटिलिटी व्हीकल/एसयूवी सेगमेंट: यूटिलिटी व्हीकल और एसयूवी सेगमेंट में, जिसमें ग्रैंड विटारा (Grand Vitara), अर्टिगा (Ertiga), और ब्रेज़ा (Brezza) जैसे मॉडल शामिल हैं, बिक्री में अच्छी वृद्धि हुई और यह 6,126 यूनिट्स से बढ़कर 6,533 यूनिट्स हो गई है।
निष्कर्ष:
यह ब्लॉग पोस्ट केवल सूचनात्मक और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। कृपया कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।